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मेरा झूलाLoading...

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लेखन एवं संरचना : विद्या नाहरछायांकन : निराली नाहर
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यह मेरा झूला है |
मुझे मेरा झूला बहुत पसंद है |
मुझे मेरा झूला बहुत पसंद है |


कभी मैं
मेरे झूले पर
बैठ कर झूलती हूँ,
मेरे झूले पर
बैठ कर झूलती हूँ,
तो कभी
खड़ी हो कर |
खड़ी हो कर |



कभी मैं मेरे झूले पर उल्टा लटक जाती हूँ,





तो कभी झूले की
मदद से
योगासन करती हूँ |
मदद से
योगासन करती हूँ |


कभी मैं झूले पर लेट कर
आराम करती हूँ,
आराम करती हूँ,
तो कभी
किताब पढ़ती हूँ |
किताब पढ़ती हूँ |
